सैकड़ों बार गिने थे मैंने। पूरे पांच सौ कार्ड थे जो नानी के घर से लाया था। एक एक करके जोड़े थे। रोज़ एक बार तो गिनती कर ही लेता था। पूरे पांच सौ थे। नानी बड़े शहर की थी, हम छोटे शहर में रहते थे। तब यहाँ ऐसे कार्ड नहीं मिला करते थे। माँ भी नानी की तरह हर शाम को दो रुपये नहीं देती थी। फिर सैकड़ो बार गिनती की मैंने। मेरी टीम से राहुल द्रविड़ गायब था।