My MysTiCaL SyMphOny
#criticism1
"हमेशा खुद के लिए लिखते हो।", जब कोई ऐसा केहता है तो लगता है मानो ताना मार रहा है। हम सभी ये भूल जो चुके हैं की हम जीते भी खुदी के लिए हैं।
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